Haryana News:-रंग बिरंगी शिमला मिर्च की सबसे अधिक डिमांड शादियों के सीजन में रहती है. इस समय शादी का बहुत सिलसिला चल रहा है, इसलिए इसकी जरूरत ज्यादा है. इस समय बाजारों में रंग बिरंगी शिमला मिर्च का मूल्य 150 रुपये से अधिक बना हुआ है.
Haryana News करनाल के घरौंडा स्थित इंडो इजराइल सब्जी उत्कृष्ट केंद्र पर रंगीन शिमला मिर्च की न केवल ट्रेनिंग उपलब्ध कराई जा रही है, बल्कि फसल लगाकर लाखों रुपये की व्यपार के बारे में बात की जा रही है. सेंटर पर प्रदेश के अलावा अनेक प्रदेशों के किसान, छात्राएं भी यहां आकर ट्रेनिंग लेकर आर्थिक उन्नति की तरफ अग्रसर हो रही हैं. इसको लेकर वैज्ञानिक डॉक्टर लवलेश ने बताय है कि रंग बिरंगी शिमला मिर्च पॉली हाउस में ही लगाई जाती है. उनके सेंटर में शिमला मिर्च लाल एवं पीले रंग की लगाई गई है.
अगर खुले में कलरफूल शिमला मिर्च की खेती की जाय तो ये संभव नहीं हो पाएगा, क्योंकि शिमला मिर्च के रंग में बदलाव नहीं हो पाएगा. वहीं सबसे अधिक डिमांड लाल और पीले रंग की शिमला मिर्च की है. उन्होंने बताया है कि अगर किसान रंग बिरंगी शिमला मिर्च लगाना चाहें तो वह लाल और पीले रंग की ही लगाएं क्योंकि इन रंग बिरंगी शिमला मिर्च की बहुत अधिक डिमांड है.
रंग बिरंगी शिमला मिर्च की जरूरत
दरअसल रंग बिरंगी शिमला मिर्च की सबसे अधिक जरूरत शादियों के सीजन में रहती है. इस समय शादी का सीजन चल रहा है, इसलिए इसकी जरूरत ज्यादा है. इस समय बाजारों में रंग बिरंगी शिमला मिर्च का मूल्य 150 रुपये से ज्यादा बना हुआ है, जबकि आगे इसका मूल्य 200 से 250 रुपये किलो तक चला जाता है. किसान एक सीजन में अर्थात एक एकड़ में 10 लाख से 25 लाख रुपये की फसल तक आमंदनी कर सकता है = क्योंकि ये फसल 09 से साढ़े 09 महीने की है.Haryana News
इसे लगाने की तकनीक के बारे में बताया गया है कि किसान पहले पॉली हाउस लगाएं, फिर खाद डालकर बैड बना लें.ड्रिप लाइन बिछाकर पौधे को लगा दें. पौधे की ट्रासप्लाटिंग के बाद उसमें खाद देते हैं, जो अलग-अलग प्रकार की हो सकती है, जो समय समय पर अंतराल में देते हैं.
90 दिनों में तैयार हो जाती है
60 दिनों तक हरी शिमला मिर्च मिल सकती है एवं 90 दिनों में आपको रंग बिरंगी शिमला मिर्च मिलेंगी, जो मीठी होती हैं. आप इस शिमला मिर्च का सलाद के रूप में यूज़ कर सकते हैं. यही कारण है कि इस वक्त बहुत ज्यादा जरूरत है. पिछले वर्ष बीज ही किसानों को नहीं मिला. सेंटर पर किसानों को हरियाणा के अलावा अनेक प्रदेशों के किसानों को ट्रेनिंग उपलब्ध कराई जाती है. उन्होंने बताय है कि सरकार की ओर से सब्सिडी का प्रावधान होता है.Haryana News
Haryana News शिमला मिर्च की खेती से अच्छी कमाई
हॉर्टिकल्चर MSc की छात्रा काजल ने बताय कि MSc हॉर्टिकल्चर वैजिटेबल से किया है, वहां रंग बिरंगी शिमला मिर्च लगाते थे. इस बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के लिए काम चालू है, इसलिए में सेंटर पर आई हूं.जिससे इसके बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा सकेंगी ताकि भविष्य में जाकर वह खेती की तरफ अग्रसर होकर अच्छी कमाई कर सकें.