इस बर्षा से आलू की फसल में ये तीन खतरनाक रोग हो सकते हैं, जाने उपाय  

04/12/2023

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देश में नकदी फसल के रूप में आलू की खेती बड़े पैमाने पर हो रही है. 

 लेकिन बात जब आलू की खेती की आती है तो आलू में भी अनेक बीमारियां लग जाती हैं

डॉ. आर.पी. सिंह ने किसानों को बताया कि आलू की फसल में ज्यादा ठंड पड़ने के आसपास बादल और

 कोहरा होने के कारण पिछेती झुलसा रोग की समस्या देखी जा सकती है.

 अगर इस रोग का सही से रोकथाम नहीं किया जाता है तो ये रोग खड़ी फसल को नष्ट कर सकता है. 

फसल की बुआई के 45 दिन बाद मैंकोजेब 1 किलोग्राम प्रति एकड़ का सुरक्षात्मक स्प्रै करना चाहिए. 

रोकथाम 

रोग के लक्षणों के दिखने पर 15-15 दिन के माध्यम पर मेटालेक्सिल 1 किग्रा प्रति एकड़ दर से स्प्रै करना चाहिए.

 अगर अभी बुआई नहीं किए हैं तो पहले कंदों का ईगालाल या मैन्कोज़ैब 0.25% या ट्राइकोडर्मा पाउडर से उपचार जरूर करें. 

अगर रोग की गंभीरता 75% से अधिक हो तो तने को काटकर गड्ढों में दबा दें.