सल्फर का अभाव - खेतों में गेहूँ की फसलों के लिए खतरा
गेहूं का पौधा पीला होने से फसल प्रभावित न हो ये चिंता कृषकों को सताए जा रही है।
मौसम के बदलते मिजाज का असर गेहूं फसल पर दिख सकता है।
डा. आरपी चौधरी की माने तो आसमान में मेघ छाने व सल्फर की कमी से गेहूं फसल पीला पड़ रहा है।
ऊपर की पत्तियां पीला पड़ रहा है तो किसानों को घबराने की जरुरत नहीं है।
कृषक 20 दिन के अंतराल में गेहूं फसल की हल्की सिंचाई करते रहें।
साथ ही प्रति बीघा दो किलो सल्फर व 20 से 30 किलो यूरिया का मिश्रण कर खेतों में छिड़काव करें।
इससे फसल को काफी लाभ मिलेगा और धीरे-धीरे पौधा हरा होने लगेगा।
धूप खिलते ही पीला होने वाले गेहूं के पत्ते स्वयं हरे हो जाते है।
किसान नियमित सिंचाई व सल्फर-यूरिया का छिड़काव करते रहें।