गेहूं की खेती करने वाले किसान भाइयों के लिए खास सलाह

गेहूं की खेती के लिये दोमट बलुई दोमट एवं मटियार दोमट मृदा उपयुक्त होती है। 

मृदा ऐसी हो, जिसकी जल धारण क्षमता ज्यादा हो एवं पी-एच मान 7-7.5 होना चाहिये

उत्तर-पश्चिमी मैदानी क्षेत्रों में सिंचित दशा में गेहूं की बुवाई का उपयुक्त समय नवंबर का प्रथम पखवाड़ा है। 

उत्तरी-पूर्वी भागों में मध्य नवंबर तक गेहूं की बुवाई हर हाल में पूरी कर लें।

 देर से बोने पर उत्तरी-पश्चिमी मैदानी इलाके में 25 दिसंबर के बाद तथा

 उत्तरी-पूर्वी मैदानी इलाके में 15 दिसंबर के बाद गेहूं की बुआई करने से उपज में भारी नुकसान होता है

गेहूं के अच्छे उत्पादन के लिए 4 से 6 सिंचाइयों की आवश्यकता पड़ती है।