चने की खेती से बेहतर पैदावार के लिए करें यह जरूरी काम!

बुवाई से पहले बीजों का उपचार करें। बीजों को कीटनाशकों और कवकनाशी दवाओं से उपचारित करना चाहिए।

जमीन की जाँच करें और उपयुक्त खाद डालें। जमीन के pH स्तर और पोषक तत्वों की कमी को दूर करें।

बीजों की बुवाई के लिए सही समय और तापमान चुनें। ज्यादातर क्षेत्रों में जून-जुलाई में बुवाई करनी चाहिए।

बुवाई के बाद फसल की देखभाल का विशेष ध्यान रखें।

 सिंचाई, खर-पतवार निकालना और उपयुक्त खाद डालना महत्वपूर्ण हैं।

कीटों और रोगों से बचाव के लिए समय-समय पर कीटनाशक छिड़काव करें।

पौधों पर पोधा अंतरण करें ताकि पौधे मजबूत हों और लम्बे हों।

फलियों में परिपक्व दाने आने पर सही समय पर कटाई करें और सुखाकर भण्डारण करें।

फसल चक्र में हरियाली खाद या गाय के गोबर की खाद डालकर मिट्टी की उर्वरता बनाए रखें।